हाथरस कांड-पीड़ित परिवार को 25 लाख की मदद, 1 सदस्य को नौकरी और शहर में घर देने का ऐलान…
हाथरस. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने हाथरस की बिटिया के पिता से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए बात कर उन्हें भरोसा दिलाया कि मामले में आरोपियों को कठोर सजा दिलाई जाएगी. साथ ही उन्होंने परिवार के लिए बड़ी घोषणाएं भी कीं. मुख्यमंत्री ने परिवार को कुल 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद के साथ ही एक सदस्य को कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी देने का ऐलान किया. इसके अलावा परिवार को सूडा योजना के अंतर्गत हाथरस शहर में एक घर का आवंटन किया जाएगा. इसके अलावा सीएम ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदम की सुनवाई अनुमति दे दी है और मामले की जांच के लिए एसआईटी की 3 सदस्यी कमेटी का गठन कर दिया है.
मुख्यमंत्री से बात करने के बाद मृतका के पिता संतुष्ट नजर आए. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि आरोपियों की कठोर सजा मिलेगी और प्रशासन किसी भी तरह की हीलाहवाली नहीं करेगा. पिता ने कहा कि हम सिर्फ न्याय चाहते हैं.
यूपी सरकार को NHRC का नोटिस
हाथरस कांड पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने यूपी सरकार को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया है. मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी कर हाथरस कांड पर जारी कर 4 हफ्ते में जवाब मांगा गया है. इसके अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा हा.
सोनिया गांधी का ये आरोप
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की के साथ कथित गैंगरेप और उसकी हत्या मामले में देश भर में उबाल है. एक तरफ सोशल मीडिया पर लोग इस घटना को लेकर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल लगातार योगी सरकार पर हमलावर हैं. इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हाथरस की घटना पर देश के करोड़ों लोग दुखी और गुस्से में हैं. हाथरस में मासूम लड़की के साथ हुई हैवानियत समाज पर कलंक है. यूपी सरकार हफ़्तों तक पीड़ित परिवार की पुकार नहीं सुनी. मामले को दबाने की कोशिश की गई और समय पर इलाज नहीं मिला. हाथरस की निर्भया की मृत्यु नहीं, उसे मारा गया, एक निष्ठुर सरकार के प्रशासन द्वारा. जब जिंदा थी तो उसकी सुनवाई नहीं हुई, उसकी रक्षा नहीं हुई. जब मर गई तो उसे उसके घर की मिट्टी और हल्दी तक नसीब नहीं हुई. रोती-बिलखती मां को आखिरी बार बेटी को विदा भी नहीं करने दिया. उस बच्ची को पुलिस द्वारा अनाथों की तरह जला दिया गया. सरकार को लगता है वो जो चाहेगी करेगी और देश देखता रहेगा. देश अन्याय के खिलाफ बोलेगा. कांग्रेस न्याय की मांग के साथ पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है.